हिंदी शायरी for WhatsApp

WhatsApp-2.12.339-WhatsApp

[: उसकी मुहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब है, अपना भी नहीं बनाती और किसी का होने भी नहीं देती….!!

[: ईश्क की होलिया खेलनी छोड दी है हमने वरना हर चेहरे पे रंग हमारा होता !!

[: बहुत ही खूबसूरत होती है है एकतरफा मुहब्बत….
कम से कम कोई बेवफा तो नही कहलाता.!!❤❤

[: उसके सामने huka जलाया..
तो उसने मासूम सवाल पूछ लिया.. क्या इसकी तलब मेरे होंठोंसे जयादा है

[: सबूत गूनाहो के होते हैं, बेगुनाह मुहब्बत का क्या सबूत दू ?

[: इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी, पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है.

[: तुम मेरे हो इस बात में कोई शक नहीं…
पर तुम किसी और के नहीं होगे ‘
बस इस बात का यकीन दिला दो…

[: भले थे तो किसी ने हाल त़क नहीं पूछा,,,, बुरे बनते ही देखा हर तरफ अपने ही चरचे हैं !!

[: बहुत गौर से देखने पर जिंदगी को जाना मैंने…दिल से बड़ा दुश्मन पूरे जमाने में नहीं है…!!!

[: खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..! वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!

[: बेपनाह मोहब्बत का एक ही उसूल है,
मिले या ना मिले तु,
हर हाल मे कबुल है तू ।

[: ए खुदा..!! मुझे प्यार उसी से हो जो…. मुझे पाकर प्यार में पागल हो जाए….!!

[: दोनों की पहली चाहत थी , दोनों टूट के मिला करते थे … वो वादे लिखा करती थी , में कसमे लिखा करता था !!!

[: लोग इन्सान देखकर मोहब्बत करते हैं, .. मैने मोहब्बत करके इन्सानों को देख लिया।

[: “मतलब” बड़े भारी होते हैं” “निकलते ही “रिश्तों” का वजन कम कर देते हैं!

[: ये पतंग भी बिल्कुल तुम्हारी तरह निकली जरा सी हवा क्या लग गई हवा में उडने लगी.

[: टैलेंट की क्या बात करते हों जनाब,
हमारे भारत में लडके मोबाइल की बैटरी को मुँह से चाट कर बता देतें हैं,
बैटरी कितनी चार्ज हैं..

[: जो व्यक्ति हर वक्त
दुखो का रोना रोता रहता है ,उस के दरवाजे
पे खड़े सुख बाहर से ही लोट जाते ह

[: जिन्दगी में सबसे ज्यादा दर्द,
“दिल“ टूटने पर नहीं,
”यक़ीन“ टूटने पर होता है.

[: कुछ लोग चाहकर भी नही पड़ना चाहते
हमारी मोहब्बत में
कहते हैं तुम दिल में नही रूह में समा जाते हो

[: सारे ताबीज गले में पहन कर देख लिए आराम तो बस तेरे दीदार से ही मिला !!

[: हम युही नहीं चाहते कि कोई तेरे लिए दुआ ना मांगे…हम तो बस ये चाहते हे कि कोई दुआ में तुझे ना मांगले..

[: टूटा हुवा विश्वास छूटा हुवा बचपन दोबारा नहीं लौटेंगे..!

[: इश्क़ वो नहीं जो तुझे मेरा कर दे…. इश्क़ वो है जो तुझे किसी और का ना होने दे !!

[: पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे ,वो जुल्फे ना संभाल सके और हम खुद को ..

[: दीवानगी मे कुछ एसा कर जाएंगे।
महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे।
वादा है तुमसे ।
दिल बनकर तुम धड़कोगे और सांस बनकर हम आएँगे।।।

[: लिख दू तो लफ्ज़ तुम हो, सोच लू तो ख्याल तुम हो, मांग लू तो मन्नत तुम हो, और चाह लू तो मोहोब्बत भी तुम ही हो.

[: जिस “चाँद” के हजारों हो चाहने वाले… *दोस्त*, वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को….!!

[: ज़मीन पर तू फैसले कितने ही क्यों न बदल दे रूपयों की ताक़त से;
पर याद रहे कि ख़ुदा के घर कर्मों की दौलत वाला ही अमीर होता है।

[: मैं जब भी टूटता हूँ,
तो तुझे ढूंढता हूँ


तु हमेशा कहती थी ना,
कि हम एक है..!!

[: जो हमारा प्यार है, उन्हे किसी और से प्यार है, बस हार गये हम यह जानकार, की जिससे उन्हे प्यार है, वो हमारा यार है..

[: मैंने तो देखा था बस एक नजर के खातिर…. क्या खबर थी की रग रग मे समां जाओगे तुम…..!!

[: मेरी‬ SMILE का PASSWORD हो तुम दोबारा मत पूछना मेरी कोन हो तुम !!

[: आओ ले चलें इश्क को वहाँ तक,जहाँ फिर से कोई कहानी बने जहाँ फिर कोई गालिब नज्म़ पढे ,फिर कोई मीरा दिवानी बने !!

[: कुछ इसलिए भी पंसद आते है सच बोलने वाले लोग
कि वो खुद टुट जाते है मगर किसी का दिल टुटने नही देते..

[: हमारी सोच और लोगो की सोच में. .बस इतना ही फर्क है. ..के
वो सरकारी_आदमी बनना चाहते है…और हम सरकार. ……

Dil Se

1) ❤DIL KI BAAT❤

बहुत खूबसूरत वो रातें होती है,
जब तुमसे दिल की बात होती है ||
वैसे कुछ खास लफ्ज़ नहीं होते मेरे पास,
पर जब उनकी याद आती है तोह,
मेरे लिखे लफ्ज़ो में भी मिठास आ जाती है.

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2) ❤ KYAMAT❤

बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह,
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ ||
ना तुम समझ सको कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है ||

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3) ❤YAAD AATI HAI❤

जादू है उनकी हर एक बात मैं,
याद बहुत आती है दिन और रात मैं ||
कल जब देखा था सपना मैने रात मैं,
तब भी उनका ही हाथ था मेरा हाथ मैं ||

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4) ❤TERI YAAD❤

जिस शाम बरसते है तेरी याद के बादल,
उस वक्त कोई भी हिजर का तारा नहीं होता ||
यु ही मेरे पहलु मैं चले आते हैं अक्सर,
वो दर्द जिन्हे मैने कभी पुकारा नहीं होता ||

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5) ❤WAQT OR PYAAR❤

जिंदगी मैं दो चीज खास है ||
एक वक्त
और
दूसरा प्यार,
वक्त किसी का नहीं होता,
और
प्यार हर किसी से नहीं होता ||

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6) ❤TERI ZINDAGI❤

तेरा उल्फत कभी नाकाम न होना देंगे,
तेरी दोस्ती कभी बदनाम न होना देंगे ||
मेरी ज़िंदगी मैं सूरज निकले या न निकले,
तेरी ज़िंदगी मैं कभी शाम न होने देंगे ||

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7) ❤DARTE HAI❤

गुनाह करके सजा से डरते हैं,
जहर पी के दवा से डरते है ||
दुश्मनो के सितम का खौफ नहीं हमें,
हम तो दोस्तों के खफा होने से डरते हैं ||

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8) ❤SABHI DOST❤

थोड़ी थोड़ी गुफ्तगू करते रहिये,
सभी दोस्तों से ||
“जाले” लग जाते है,
अक्सर बंद मकानों में ||

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9) ❤KHUSH KARNA❤

हर किसी को खुश करना,
शायद हमारे बस मैं न हो,
लेकिन किसी को हमारी वजह
से दुःख न पहुंचे यह तोह,
हमारे बस मैं है ||

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10) ❤AANKHE❤

ना जाने क्यों वो हमें मुस्कुरा के मिलते है,
अंदर से सारे गम छुपा कर मिलते है ||
जानते हैं आँखे सच बोल जाती है,
शायद इसी लिये वो,
नज़र झुका कर मिलते है ||

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11) ❤HONSLA❤

जो सफर की शुरुआत करते है,
वो ही मंज़िल को पार करते है ||
एक बार चलने का होंसला रखो,
मुसाफिर का तो रास्ते भी,
इंतज़ार करते है ||

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12) ❤KHUDA PE YAKEEN❤

सपनों की मंज़िल पास नहीं होती,
ज़िंदगी हर पल उदास नहीं होती ||
खुदा पे यकीन रखना मेरा दोस्त,
कभी कभी वो भी मिल जाता है,
जिसकी कभी आस नहीं होती ||

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13) ❤DIL KE ARMAAN❤

दो हिस्सों मैं बंट गए है,
मेरे दिल के तमाम अरमान ||
कुछ तुझे पाने निकले,
तो कुछ मुझे समझाने निकले ||

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14) ❤MAANGA THA❤

इस दिल मे प्यार था कितना,
वो जान लेते तो क्या बात होती ||
हमने माँगा था उन्हें खुदा से,
वो भी मांग लेते तो क्या बात होती ||

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15) ❤KHALTI RHI DUNIA❤

हमसे खेलती रही दुनिया,
ताश के पतों की तरह ||
जो जीता उसने भी फेंका ,
जो हारा उसने भी फेंका ||

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16) ❤KHUSHIA TERE RAASTE❤

खुदा से क्या मांगू तेरा वास्ते,
सदा खुशियां हो तेरे रास्ते ||
हँसी तेरे चेहरे पे रहे इस तरह,
खुशबू फूलों का साथ,
निभाती है जिस तरह ||

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17) ❤AAYENGE ZARUR❤

साथ अगर दोगे मुस्कुरायेंगे जरूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे जरूर ||
राह में कितने भी कांटे क्यों ना हो,
आवाज अगर दिल से दोगे तो आएंगे जरूर ||

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18) ❤SOCH LENA❤

हकीकत जान लो जुदा होने से पहले,
मेरी सुन लो अपनी सुनने से पहले ||
यह सोच लेना भूलने से पहले,
बहुत रोई है यह आँखें मुस्कुराने से पहले ||

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19) ❤TUJHE DEKH KAR❤

मुझे आदत नहीं,
यूँ हर किसी पे मर मिटने की ||
पर तुझे देख कर दिल ने,
सोचने तक की मोहलत ना दी ||

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20) ❤VISHWAS❤

चाहने से प्यार नहीं मिलता,
हवा से फूल नहीं खिलता ||
प्यार नाम होता है विश्वास का,
बिना विश्वास सच्चा प्यार नहीं मिलता ||

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21) ❤UNKI YAAD❤

सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
फिर रात को उसकी याद की हवा चलती है,
और हम फिर बिखर जाते है ||

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22) ❤HMARI MULAQAT❤

कुछ पल की खुशी आपके साथ में थी,
ऐसी कोई लकीर हमारे हाथ में होती ||
दूर रहकर भी आपको याद करते है हम,
शायद कोई बहुत प्यारी सी बात हमारी मुलाकात में थी ||

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23) ❤RULAKAR❤

कब साथ निभाते है लोग,
आसुओं की तरह
बिछड़ जाते है लोग ||
वो जमाना और था
लोग रोते थे गैरों के लिये,
आजकल तो अपनों को रुलाकर
मुस्कुराते है लोग ||

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24) ❤KYA KISMAT❤

आज रब से मुलाकात हुई है,
थोड़ी सी आपके बारे में बात हुई है,
मैंने पूछा क्या दोस्त दिया है,
क्या किस्मत मैंने पाई है,
रब ने कहा संभाल कर रखना,
मेरी परछाई है ||

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25) ❤TERE BIN❤

मेरी हर खुशी हर बात तेरी है,
साँसों मैं छुपी हयात तेरी है ||
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिन,
धड़कनो की धड़कती हर आवाज तेरी है ||

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26) ❤TERA DEEWANA❤

दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को ऐसे तड़पाना नहीं आता ||
सुनना चाहते हैं एक बार आवाज आपकी,
मगर बात करने का बहाना नहीं आता ||

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27) ❤AAWAZ AAPKI❤

दिल का हाल बताना नहीं आता,
किसी को ऐसे तड़पाना नहीं आता ||
सुनना चाहते हैं एक बार आवाज आपकी,
मगर बात करने का बहाना नहीं आता ||

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28) ❤MERI MAHOBBAT❤

मेरी महोब्बत बेजुबा होती रही,
दिल की धड़कने अपना वजूद खोती रही ||
कोई नहीं आया मेरा दुःख में करीब,
एक बारिश थी जो मेरा साथ रोती रही ||

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29) ❤HUNAR❤

एक रास्ता यह भी है,
मंजिलो को पाने का ||
कि सीख लो तुम भी हुनर,
हां मैं हां मिलाने का ||

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30) ❤AKHIYO ME INTEZAR❤

यादो का यह कारवा हमेशा रहेगा,
दूर जाते हुए भी प्यार वही रहेगा ||
माफ़ करना मिल नहीं सके आपसे,
यकीन रखना अखियों में इंतज़ार वही रहेगा ||

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31) ❤HME YAAD KR KE❤

सब खुशियाँ तेरे नाम कर जाएंगे,
ज़िंदगी भी तुझ पे कुर्बान कर जाएंगे ||
तुम रोया करोगे हमें याद कर के,
हम तेरे दामन मे इतना प्यार भर जाएंगे ||

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32) ❤USKI MAHOBBAT❤

खींच लेती है मुझे,
उसकी मोहोबत;
वरना मैं बहुत बार मिला हु,
आखरी बार उससे ||

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33) ❤MAHOBBAT❤

मौत की हिम्मत कहाँ थी,
मुझसे टकराने की,
कम्बख्त ने महोब्बत को
मेरी सुपारी दे दी ||

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34) ❤ROZ HI❤

रोज़ ही आते हैं वो अक्सर तकरार का बहाने,
वो क्या चाहते है ये वो ही जाने ||
हम चुप रहकर बस सुनते रहते है,
उनके शिकवा और प्यार के फ़साने ||

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35) ❤ANDAAZ❤

ख़ामोशी से करीब आकर,
बाहो में भर लेना ||
महोब्बत करने वालो का,
अंदाज अजीब है ||

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36) ❤NAAM TERA❤

ये कैसी पहचान बनाई है तूने अपनी,
नाम तेरा आने पर भी,
लोग याद मुझे करते है ||

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37) ❤MERE AANSU❤

तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो ||
प्यार का तालुक भी अजीब होता है,
आँसू मेरे थे सिसक रहा था वो ||

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38) ❤GAM MILE❤

प्यार क्या होता है हम नहीं जानते,
ज़िंदगी को हम अपना नहीं मानते ||
गम इतने मिले कि एहसास नहीं होता,
कोई हमें प्यार करे अब विश्वास नहीं होता ||

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39) ❤WAQT MILE TOH❤

कभी वक्त मिले तो रखना कदम,
मेरे दिल के आंगन मैं ||
हैरान रह जाओगे मेरे दिल में,
अपना मुकाम देखकर ||

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40) ❤MAA❤

माँ ने रख दी आखरी
रोटी भी मेरी थाली मैं;
मैं पागल फिर भी खुदा,
की तलाश करता हूँ ||

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41) ❤ EK CHEHRA❤

मेरे दिल में झांक देखिए जरा,
एक चाँद आपसा नजर आएगा ||
एक चेहरा जिसे प्यार करता हूँ मैं,
आपके आईने में उतर जाएगा ||

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42) ❤PREMI AUR DOST❤

प्रेमी और दोस्त में क्या फरक है ?
प्रेमी कहता है,
“तुजे कुछ हुआ तो मैं ज़िंदा नहीं रहूँगा”
और दोस्त कहता है,
“जब तक मैं ज़िंदा हूँ, तुम्हे कुछ नहीं होने दूँगा” ||

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43) ❤GAMM ME MUSQURANA❤

मेरे दिल की नाजुक धड़कनो को,
तुमने धड़कना सिखा दिया ||
जब से मिला है प्यार तेरा,
गम में भी मुस्कुराना सिखा दिया ||

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44) ❤LAFZ❤

जो उसकी आँखो से बयाँ होते है,
वोह लफ़ज़ किताबों में कहाँ होते है ||

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45) ❤PREM❤

प्रेम न तो पूरी तरह छिपाया जा सकता है ,
न दिखाया जा सकता है ||

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46) ❤MERI YAADON KO❤

मेरी यादों को तुम चुन लो,
तुम्हारी तन्हाई दूर चली जायगी ||
मुझे तुम हर लम्हे में छू लो,
ये रुसवाई करीब कभी न आएगी ||

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47) ❤ROOH KI KHUSHIYA❤

मेरे पास बच गई तेरी कहानी है,
और खामोश सी एक ज़िंदगानी है ||
मेरे रूह की खुशियां तू ले गई,
इन आँखो मैं बस दुखों का पानी है ||

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48) ❤INSAAN❤

इंसान सब कुछ भूल सकता है,
सिवाय उन पलों के जब उसे ||
अपनों की जरुरत थी और वो,
साथ नहीं थे ||

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49) ❤TERI DOSTI❤

तन्हा रहना सीख लिया हमने,
पर खुश कभी ना हम रह पायेंगे ||
तेरी दुरी सहना सीख लिया हमने ,
पर तेरी दोस्ती के बिना जी नहीं पायंगे ||

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50) ❤SAHARA❤

कौन देता है उम्र भर का सहारा।
लोग तो जनाज़े मैं भी कंधे बदलते रहते है।

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51) ❤AANSU❤

कौन कहता है कि आसुओ मैं,
वज़न नहीं होता ||
एक भी छलक जाता है,
तो न हल्का हो जाता है ||

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52) ❤USKI GALTI❤

मेरे दिल से उसकी हर,
गलती माफ हो जाती हैं ||
जब वो मुस्कुरा के पूछती है,
नाराज हो क्या ||

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53) ❤KITNA PYAAR❤

तुझे क्या पता कि मेरे दिल में,
कितना प्यार है तेरे लिए ||
जो कर दू बया तो तुझे नींद से,
नफरत हो जाए ||

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54) ❤YAAD KARTE HO❤

Aasmaan Hi Nahi Saare Sitare Bhi Humare Hain,
Aap Jo Akele Ho To Hum Aapke Sahare Hain,
Jis Pal Aap Hume Yaad Karte Ho,
Wo Lamhe Saare Jahan Se Pyare Hain.
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55) ❤HAR KHUSHI❤

हर ख़ुशी मेरी हराम है,
ये जिन्दगी दर्द भरी शाम है ||
खुशियों से क्या मेरा वास्ता,
ये जिन्दगी बस यु ही तमाशा है ||

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56) ❤BEWAFA DIL❤

एक बेवफा संग दिल से,
खुदा जाने क्यों प्यार हुआ ||
जमाना कहता है काफिर उसे ,
खुदा जाने क्या वो मेरा हमराज हुआ ||

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57) ❤CHAHAT❤

पत्थर से फरियाद,
कभी की नहीं जाती ||
चाहत ए दोस्ती,
कभी बेकार नहीं जाती ||

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Vashishth Shayari

Vashishth Shayari Suna hai tumhari ek nigah se

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सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं लोग..
एक नज़र हमको भी देख लो.. ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती..!!

वो इतना रोई मेरी मौत पर मुझे जगाने के लिए..
मैं मरता ही क्यूँ अगर वो थोडा रो देती मुझे पाने के लिए..!!

खुद भी रोता है, मुझे भी रुला के जाता है..
ये बारिश का मौसम, उसकी याद दिला के जाता हैं।

बड रहा है दर्द गम उस को भूला देने के बाद
याद उसकी ओर आई खत जला देने के बाद!

निगाहों से भी चोट लगती है.. जनाब..
जब कोई देख कर भी अन्देखा कर देता है..!!

वो दुआएं काश मैने दीवारों से मांगी होती,
ऐ खुदा.. सुना है कि उनके तो कान होते है!!

आईना आज फिर रिशवत लेता पकडा गया,
दिल में दर्द था ओर चेहरा हंसता हुआ पकडा गया

इश्क है या इबादत.. अब कुछ समझ नहीं आता,
एक खुबसूरत ख्याल हो तुम जो दिल से नहीं जाता.

लोगो ने कुछ दिया, तो सुनाया भी बहुत कुछ
ऐ खुदा.. एक तेरा ही दर है, जहा कभी ताना नहीं मिला!!

कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है !!

Vashishth Shayari Fikar toh teri aaj bhi hai

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फ़िक्र तो तेरी आज भी है..
बस .. जिक्र का हक नही रहा।

तुमसे ऐसा भी क्या रिश्ता हे?
दर्द कोई भी हो.. याद तेरी ही आती हे।

काग़ज़ पे तो अदालत चलती है..
हमने तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर किये।

एम्बुलेंस सा हो गया है ये जिस्म,
सारा दिन घायल दिल को लिये फिरता है।

हम तो बिछडे थे तुमको अपना अहसास दिलाने के लिए,
मगर तुमने तो मेरे बिना जीना ही सिख लिया।

ताला लगा दिया दिल को.. अब तेरे बिन किसी का अरमान नहीं..
बंद होकर फिर खुल जाए, ये कोई दुकान नहीं।

सिखा दिया दुनिया ने मुझे अपनो पर भी शक करना
मेरी फितरत में तो गैरों पर भी भरोसा करना था..!!

जो इस दुनियाँ में नहीं मिलते , वो फिर किस दुनियाँ में मिलेंगे जनाब..
बस यही सोचकर रब ने एक दुनियाँ बनायी , जिसे कहते हैं ख्वाब।

जुनून, हौसला, और पागलपन आज भी वही है
मैंने जीने का तरीका बदला है तेवर नहीं..!!

हम ने भी कह दिया उनसे की बहुत हो गयी जंग बस..
बस ए मोहब्बत तुझे फ़तेह मुबारक मेरी शिक्स्त हुई।

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पहले रिम-झिम फिर बरसात और अचानक कडी धूप,
मोहब्बत ओर अगस्त की फितरत एक सी है..!!

किस मुँह से इल्ज़ाम लगाएं बारिश की बौछारों पर,
हमने ख़ुद तस्वीर बनाई थी मिट्टी की दीवारों पर !!

बारिश और महोबत दोनों ही यादगार होते हे,
बारिश में जिस्म भीगता हैं और महोबत मैं आँखे.

Vashishth Shayari Mumkin nahi hain

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मुमकिन नहीं है हर रोज मोहब्बत के नए किस्से लिखना,
मेरे दोस्तों अब मेरे बिना अपनी महफ़िल सजाना सीख लो।

कल क्या खूब इश्क़ से मैने बदला लिया,
कागज़ पर लिखा इश्क़ और उसे ज़ला दिया..!!

ये ही एक फर्क है तेरे और मेरे शहर की बारिश में
तेरे यहाँ ‘जाम’ लगता है, मेरे यहाँ ‘जाम’ लगते हैं..!!

हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी,
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।

रुकी-रुकी सी लग रही है नब्ज-ए-हयात,
ये कौन उठ के गया है मेरे सिरहाने से।

आंसू निकल पडे ख्वाब मे उसको दूर जाते देखकर..!!
आँख खुली तो एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रुलाता है..!!

यू तो अल्फाज नही हैं आज मेरे पास मेहफिल में सुनाने को,
खैर कोई बात नही, जख्मों को ही कुरेद देता हूँ।

मेरी आँखों में मत ढूंढा करो खुद को
पता है ना.. दिल में रहते हो खुदा की तरह।

तुम्हारा क्या बिगाड़, था जो तुमने तोड़ डाला है!!
ये टुकडे मैं नही लूँगा मुझे तुम दिल बना कर दो!!!!

मुमकिन नहीं है हर रोज मोहब्बत के नए किस्से लिखना,
मेरे दोस्तों अब मेरे बिना अपनी महफ़िल सजाना सीख लो।

Vashishth Shayari Tum door ho ya paas

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तुम दूर हो या पास फर्क किसे पड़ता है,
तू जँहा भी रहे तेरा दिल तो यँही रहता है..!!

पहली बारिश का नशा ही कुछ अलग होता हैं,
पलको को छूते ही सीधा दिल पे असर होता हैं।

सुनो ये बादल जब भी बरसता है,
मन तुझसे ही मिलने को तरसता है..!!

मरहम लगा सको तो गरीब के जख्मो पर लगा देना
हकीम बहुत है बाजार में अमीरो के इलाज खातिर !!

मैंने अपने ख्वाहिशो को दिवार में चुनवा दिया,
खामखाँ जिंदगी में अनारकली बनके नाच रही थी !!

वो कहते हैं हम जी लेंगे खुशी से तुम्हारे बिना,
हमें डर है वो टूटकर बिखर जायेंगे हमारे बिना।

ज़िन्दगी ये चाहती है कि ख़ुदकुशी कर लूँ,
मैं इस इन्तज़ार में हूँ कि कोई हादसा हो जाए।

मोहब्बत रोग है दिल का इसे दिल पे ही छोड़ दो,
दिमाग को अगर बचा लो तो भी गनीमत हो..!!

ख्वाब मत बना मुझे.. सच नहीं होते,
साया बना लो मुझे.. साथ नहीं छोडेंगे..!!

आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक,
कौन जीता है तिरी ज़ुल्फ़ के सर होते तक..!!

Vashishth Shayari Zindagi ki raho me

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जिन्दगी की राहों में मुस्कराते रहो हमेशा,
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं, हमसफ़र नहीं !!

ना प्यार कम हुआ है ना ही प्यार का अहेसास,
बस उसके बिना जिन्दगी काटने की आदत हो गई है !!

तेरी यादों ने मुझे क्या खूब मशरूफ किया है ऐ सनम..
खुद से मुलाकात के लिए भी वक़्त मुकर्रर करना पड़ता है।

तुम्हारी याद ऐसे महफूज़ है मेरे दिल मे,
जैसे किसी गरीब ने रकम रक्खी हो तिजोरी में.!!

इश्क़ है या कुछ और ये तो पता नहीं ,
पर जो तुमसे है वो किसी और से नही..!!

ए खुदा अगर तेरे पेन की श्याही खत्म है
तो मेरा लहू लेले, यू कहानिया अधूरी न लिखा कर।

तेरी जगह आज भी कोई नहीं ले सकता ,
पता नहीं वजह तेरी खूबी है या मेरी कमी..!!

तुम्हारा साथ तसल्ली से चाहिए मुझे..
जन्मों की थकान लम्हों में कहाँ उतरती है !!

यूँ तो शिकायते आप से सैंकड़ों हैं मगर..
आप एक मुस्कान ही काफी है मनाने के लिये।

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा..
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे।

Vashishth Shayari Naa karo takraar

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Naa karo takraar mujhe tumhara hi khiyal hai
Phir baat se baat nikley gi aur tum rooth jaaoge!

Main uske khyaal se niklu toh kese niklu
Woh meri soch ke har raste par aata hai!!

Bouht mushqil se seekha ha khush rehna..
Tumhare Bin, Ab suna ha ye bat bhi tumhy pareshan karti hai..

Sath chorne valo ko to ek bahana chaiye,
Varna nibhane vale to mout ke darwaze tak sath nahi chorte!

Ek bewafa ke naam kar di thi zindagi
Us bewafa ne ham se zindagi hi cheen li!!

Tere honae tak main kuch na tha..
Tera huaa to main barbaad huaa!

Koi zanjeer bhi nahi phir bhi qaid hoon tujh mein.
Nahi malum tha ke tjhe aisa hunar bhi aata hai.

Dilasa dete hein log, ke yun har waqt na roya karo…
Mein kaise bataon ke kuch dard sehne ke qabil nahi hote

Apni halat ka kuch ehsas nahin hai mujhko,
Maine auron se suna hai ki pareshan hun main.!!

Khatam hoti hui ek sham adhoori thi bahut..
Zindagi se ye mulaqat zaroori thi bahut!!

Vashishth Shayari Mujhe bhi sikha do

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मुझे भी सिखा दो भूल जाने का हुनर..
मैं थक गया हूँ हर लम्हा हर सांस तुम्हें याद करते करते..!!

सिलसिला ये चाहत का दोनो तरफ से था,
वो मेरी जान चाहती थी और मैं जान से ज्यादा उसे।

शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।

अपने वजूद पर इतना न इतरा ए ज़िन्दगी..
वो तो मौत है जो तुझे मोहलत देती जा रही है!!

होता अगर मुमकिन, तुझे साँस बना कर रखते सीने में,
तू रुक जाये तो मैं नही, मैं मर जाऊँ तो तू नही.

आज तो हम खूब रुलायेंगे उन्हें,
सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है!

आज भी प्यारी है मुझे तेरी हर निशानी ..
फिर चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखो का पानी।

उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है,
फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर देखा।

मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में, तू जरा हिम्मत तो कर…
खवाब बदलेगें हकीकत में.. तू ज़रा कोशिश तो कर।

वफ़ा के वादे वो सारे भुला गयी चुप चाप,
वो मेरे दिल की दीवारें हिला गयी चुप चाप।

Vashishth Shayari

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मैं नींद का शोकीन ज्यादा तो नही..
लेकिन तेरे ख्वाब ना देखूँ तो.. गुजारा नही होता..!!

मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ पा लेने का..
बिछड़ के भी अक्सर दिल धड़कते हैं साथ-साथ..!!

मुश्किल भी तुम हो, हल भी तुम हो ,
होती है जो सीने में , वो हलचल भी तुम हो ..!!

चेहरे के रंग को देखकर दोस्त ना बनाना.. दोस्तों ..
तन का काला तो चलेगा लेकिन मन का काला नहीं।

दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही
माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही

तुझे भूलने के लिए मुझे सिर्फ़ एक पल चाहिए,
वह पल! जिसे लोग अक्सर मौत कहते हैं…!!

अब लोग पूछते हैं हमसे.. तुम कुछ बदल गए हो
बताओ टूटे हुए पत्ते अब .. रंग भी न बदलें क्या..!!

छोटा है मुहब्बत लफ्ज, मगर तासीर इसकी प्यारी है.
इसे दिल से करोगे तुम, तो ये सारी दुनियाँ तुम्हारी है.

क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है,
प्यार में ऊम्र नहीँ होती पर हर ऊम्र में प्यार होता है..!!

तुम्हारी याद की शिद्दत में बहने वाला अश्क
ज़मीं में बो दिया जाए तो आँख उग आए..!!

Vashishth Shayari

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बड़े शौक से बनाया तुमने मेरे दिल मे अपना घर
जब रहने की बारी आई तो तुमने ठिकाना बदल दिया।

इश्क का धंधा ही बंद कर दिया साहेब।
मुनाफे में जेब जले.. और घाटे में दिल..!

शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।

अपने वजूद पर इतना न इतरा ए ज़िन्दगी..
वो तो मौत है जो तुझे मोहलत देती जा रही है!!

कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त,
वरना तुझ को याद करने की खता हम बार-बार न करते!

चुपचाप गुज़ार देगें तेरे बिना भी ये ज़िन्दगी,
लोगो को सिखा देगें मोहब्बत ऐसे भी होती है।

ग़ैरों को भला समझे और मुझ को बुरा जाना..
समझे भी तो क्या समझे जाना भी तो क्या जाना।

किनारों से मुझे ऐ नाख़ुदा दूर ही रखना..
वहाँ ले कर चलो, तूफ़ान जहां से उठने वाला हैं।

जब किसी से कोई गिला रखना सामने अपने आईना रखना।

आंखों देखी कहने वाले, पहले भी कम-कम ही थे
अब तो सब ही सुनी-सुनाई बातों को दोहराते हैं।

Two line shayari hindi font

ये “दिल” ही है जिसे हारने की आदत हो गई….

वर्ना,

जहाँ भी हमने “दिमाग” लगाया फतह ही पाई है…

********

इतने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ. तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा!!!

********

तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर, वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर…!!

********

ऐ खुदा मुसीबत मैं डाल दे मुझे…. किसी ने बुरे वक़्त मैं आने का वादा किया है.

********

जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया, खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया.

********

मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर…… जरा सम्भल के…… ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए…….!!

********

हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम..!

*******

कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने, मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये…!!!

********

जब भी चाहा सिर्फ तुम्हे चाहा.. पर कभी तुम से कुछ नही चाहा..!!

********

उम्र कैद की तरह होते हे कुछ रिश्ते ,, जहा जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नही!!!       ********

 

आपको ज़ीद हे अगर हमे भूलने की तो, हमे भी ज़ीद हे आपको अपनी याद दिलाने की !!!!

********

 

हर फैसले होते नहीं,सिक्के उछाल कर..यह दिल के मामले है….जरा संभल कर!!

********

मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना, कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना !!

********

यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने. कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं !!

********

चली जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे ।। इतनी चाहत के बाद जो मेरी ना हुई, वो किसी ओर कि क्या होगी ।

********

लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे…!! मोत अछी है मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं…!!

********

: दोस्तो से अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,, कमबख्त हर बात पर कहते हैं कि तुझे छोडेंगे नहीं.

********

शक ना कर मेरी मुहब्बत परपगली……. अगर मै सबूत देने पर आया तो … तु बदनाम हो जायेगी..!!!

********

❣❣ऐसा करो, बिछड़ना है तो, रूह से निकल जाओ,

 

रही बात दिल की, उसे हम देख लेंगे.🌹👈

[********

❣❣फिर नही बसते वो दिल जो एक बार उजड् जाते है,

 

कब्रे जितनी भी सजा लो पर जिँदा कोई नही होता.🌹👈

********

❣❣धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक अक्सर,

 

हर कांच का टूकड़ा हीरा नहीं होता.🌹👈

********

❣❣हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,

 

शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये.🌹👈

********

: ❣❣हम तुम्हें मुफ़्त में जो मिले हैं,

 

क़दर ना करना हक़ है तुम्हारा.🌹👈

********

आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की , ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो !!

********

बिछड़ने वाले तेरे लिए, एक “मशवरा” है.. कभी हमारा “ख्याल” आए, तो अपना ‘ख्याल’ रखना..।।

********

तुम बदले तो मज़बूरिया थी ,हम बदले तो बेवफा हो गए !!!

********

धोखा देने के लिए ‪#‎शुक्रिया पगली कि ‪#‎तुम ना मिलती तो ‪#‎दुनिया_समझ में ‪#‎ना आती !!

********

हो सके तो अब के कोई सौदा न करना; मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ..!

 

नजर-अंदाज

तुझे तो मोहब्बत भी तेरी औकात से ज्यादा की थी…

अब तो नफरत की बात है सोच ले तेरा क्या होगा…

********

उन्होंने तो हमें धक्का दिया था डुबाने के इरादे से…

अंजाम ये निकला हम तैराक बन गए।

********

 

दाद देते है तुम्हारे ‘नजर-अंदाज’ करने के हुनर को.!!

जिसने भी सिखाया वो उस्ताद कमाल का होगा..!!

********

मुझसे नफरत करनी है तो इरादे मजबूत रखना…. 💕

💓जरा से भी चूके तो महोब्बत हो जायेगी…💞

********

दर्द की भी अपनी एक अदा है

ये तो सहने वालों पर ही फ़िदा है।

********

प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे,

दौलत की सोचोगे तो पूरी दुनिया

बेचनी पड़ेगी तुम्हे।

********

 

वशिष्ठ सैनी कलेक्शन

ऐसी तकदीर न पाई थी कि तुमको पा सकता…
ऐसी याद्दाश्त न मिली थी कि तुमको भुला सकता..

*******

कोई वादा ना कर, कोई ईरादा ना कर!
ख्वाईशो मे खुद को आधा ना कर!
ये देगी उतना ही, जितना लिख दिया खुदा ने!
इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर!

********

“नही है हमारा हाल,
कुछ तुम्हारे हाल से अलग,
बस फ़र्क है इतना,
कि तुम याद करते हो,
और हम भूल नही पाते.”

*******

पहाड़ चढ़ने का एक उसूल है….झुक के चलो , दौड़ो मत …..

ज़िंदगी भी बस…… इतना ही मांगती है………

*******

पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन …
बस इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है

********

लोग पूछते हैं.. कौन है वो जो तेरी ये हालत कर गया,
मैं मुस्कुरा के कहता हूँ.. उसका नाम हर किसी के लब पे अच्छा नहीं लगता !!!!

*********

अज़ब माहौल है हमारे मुल्क का…
मज़हब थोपा जाता है, इश्क रोका जाता है….!!

********

चलता रहूँगा मै पथ पर, चलने में माहिर बन जाउंगा,
या तो मंज़िल मिल जायेगी, या मुसाफिर बन जाउंगा !

********

बस रोशन करना जमानें को है मेरा मकसद यारों..
वो मुझ आफताब से ले या मेरे माहताब से ले…!!!

********

यूं न पढ़िए कहीं कहीं से हमें,
हम इंसान हैं, किताब नही.

*********

आपनी जिंदगी मे एसी रानी नही आई,
जो इस बादशाह को अपना गुलाम बना सके…

*********

ना जाने कौन मेरे हक में दुआ पढ़ता है
डूबता भी हु तो समन्दर उछाल देता है…

********

कैसी गुज़र रही है, सभी पूछते हैं,
कैसे गुजारता हूँ, कोई पूछता नहीं !!

********

ज़िन्दगी देके भी नहीं चुकते
ज़िन्दगी के जो क़र्ज़ देने हों…!!!

********

वजह नफरतों की तलाशी जाती हैं,
मोहब्बतें तो बिन वजह ही हो जाया करती हैं…!

********

गिरना ही था जो आपको.. तो सौ मक़ाम थे.,
ये क्या किया.. कि निगाहों से गिर गए…….

********

एहसास-ए-मुहब्बत के लिए… बस इतना ही काफी है,
तेरे बगैर भी हम,. तेरे ही रहते हैं…!!!!

********

समझदार बनने की कोशिश में शरारत
भी खो बैठे
अब इस समझदारी में सबको साजिश नजर
आती है…

********

निकलते है तेरे आशिया के आगे से,सोचते है की तेरा दीदार हो जायेगा,
खिड़की से तेरी सूरत न सही तेरा साया तो नजर आएगा…

*********

“देर रत जब किसी की याद सताए,
ठंडी हवा जब जुल्फों को सहलाये.
कर लो आंखे बंद और सो जाओ क्या पता,
जिसका है ख्याल वो खवाबों में आ जाये.”

********

वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने,
अब से जल्दी सोया करेँगेँ, मोहब्बत छोड दी मैँने..

********

उसने पूछा सबसे ज्यादा क्या पसंद है तुम्हे

मैं बहुत देर तक देखता रहा उसे
बस ये सोचकर कि
खुद जवाब होकर उसने सवाल क्यूँ किया…!!

********

दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया,
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया,
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे,
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया.

********

कीसीका दिल दुखा कर जब भी दो पैसे
कमाता हु,
मुझे खुद रोटीओ से खुन की बू आने लगती है.

*******

दिल-दिल से मिले या न मिले हाथ मिलाओ..
हमको ये सलीक़ा भी बड़ी देर से आया…

*******

जिंदगी एक सजासी हो गई है, गम के सागर मे कुछ इस कदर खो गयी है,

तुम आजाओ वापिस ये गुजारिश है मेरी, शायद मुझे तुम्हारी आदत सी हो गई है ।

********

“तुम आए ज़िंदगी मे कहानी बन कर,
तुम आए ज़िंदगी मे रात की चाँदनी बन कर,
बसा लेते है जिन्हे हम आँखो मे,
वो अक्सर निकल जाते है आँखो से पानी बन कर”

********

लम्हा-लम्हा बनता जीवन, इस जीवन में कुछ लम्हे हैं!
इन लम्हों में से कुछ लम्हे, तेरे मेरे संग गुज़रे हैं!!!!

********

लाख चाहूँ तो भी ये जान निकलती नहीं है
वो लौट के आने का वादा जो कर गए ह…

********

हर दुआ मे शामिल तेरा प्यार है..
बिन तेरे लम्हा भी दुशवार है..
धड्कनों को तुझसे ही दरकार है..
तुझसे हैं राहतें.. तुझसे है चाहतें..

*******

सुबह का हर पल ज़िंदगी दे आपको
दिन का हर लम्हा खुशी दे आपको
जहा गम की हवा छू कर भी न गुज़रे
खुदा वो जन्नत से ज़मीन दे आपको

********

आज कोई नया ज़ख्म नहीं दिया उसने ।
पता करो यारो वो खैरयत से तो है। !!!

********

लोग पूछते हैं हमसे कि तुम अपने प्यार का इज़हार क्यों नहीं करते;
तो हमने कहा जो लफ़्ज़ों में बयां हो जाए हम उनसे प्यार उतना नहीं करते…

********

मैं कुछ लम्हा और तेरे साथ चाहता था;
आँखों में जो जम गयी वो बरसात चाहता था;
सुना हैं मुझे बहुत चाहती है वो मगर;
मैं उसकी जुबां से एक बार इज़हार चाहता था।

*******

सपनो से दिल लगाने की आदत नहीं रही, हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही,

ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा, हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही |

********

मेरे दोस्तों ने इकट्ठा किया मेरे ही कत्ल का सामान,
मैंने उनसे कहा, यारो तुम्हारी नफरत ही काफी थी मुझे मारने के लिए……

*******

हमें रोता देखकर वो ये कह के चल दिए कि,
रोता तो हर कोई है क्या हम सब के हो जाएँ…

*******

सुन कर ग़ज़ल मेरी, वो अंदाज़ बदल कर बोले,
कोई छीनो कलम इससे, ये तो जान ले रहा है…….!!

********

हम इतने खूबसुरत तो नही है मगर हाँ…!!
जिसे आँख भर के देख ले उसे उलझन मेँ डाल देते हॆ

*******

उसकी हसरत को मेरे दिल में लिखने वाले !
काश उसे भी मेरे नसीब में लिखा होता !!

*******

“मेरे इश्क में दर्द नहीं था पर दिल मेरा बे दर्द नहीं था, होती थी मेरी आँखों से नीर की बरसात, पर उनके लिए आंसू और पानी में फर्क नहीं था ”

*******

चप्पल घिस गइ चलते चलते पाँव मे पड़ गये छाले
कितना मुझे आजमायेगी मँजिल ,,,अब तो पास आले

********

आपकी पलकों पर रह जाये कोई!
आपकी सांसो पर नाम लिख जाये कोई!
चलो वादा रहा भूल जाना हमें!
अगर हमसे अच्छा दोस्त मिल जाये कोई!

********

कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ |

अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |

*******

मेरी तन्हाई मार डालेगी दे दे कर तानें मुझको
एक बार आ जाओ इसे तुम खामोश कर दो….

*******

सूकून का एक लम्हा भी मयस्सर नहीं मुझको…
मोहब्बत को सुलाता हूँ तो तेरी यादें जाग जाती है..

*******

“जीत की ख़ातिर बस जूनून चाहिए,
जिसमे उबाल हो ऐसां खून चाहिए,
ये आसमा भी आएगा जमी पर ,
बस इरादों में जीत की गूँज चाहिए……..!!!

********

इक ज़ख़्मी परिन्दे की तरह जाल में हम हैं,
ऐ इश्क़ अभी तक तेरे जंजाल में हम हैं”

*******

आज हम भी एक नेक काम कर आए,
दिल की वसीयत किसी के नाम कर आए,
प्यार हैं उनसे ये जानते हैं वो……,
मज़बूरी थी जो झुकी नज़रों से इनकार कर आए.

********

दिल में इंतजार की लकीर छोड जायेगे॥
आँखों में यादो की नमी छोड जायेगे,
ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन ……..
जिन्दगी में एक दोस्त की कमी छोड जायेगे.

*******

‘सहारा लेना ही पड़ता है मुझको दरिया का
मैं एक कतरा हूँ तनहा तो बह नहीं सकता ”

*******

दो शब्द तसल्ली के भी नहीं मिलते इस शहर मैं
लोग दिल मैं भी दिमाग लिए फिरते हैं !!

********

सफ़ाई देने में, और स्पष्ट करने में अपना समय बर्बाद न करें. लोग वही सुनते है, जो वे सुनना चाहते हैं….

*******

हम तो बस निशाने पर दिल रखना जानतें हैं
तेरे तरकश में कैसे कैसे तीर तुम जानो। ………!

*********

भूल जाना ‘मुझे’ इतना आसान नहीं है…
बातों बातो में ही बातों से निकल आऊंगा॥

*******

प्यार के दो मीठे बोल से खरीद लो मुझे ,
दौलत दिखाई तो सारे जहां की कम पड़ेगी…

********

“क्यूँ ना गुरुर करता मैं अपने आप पे,

मुझे उसने चाहा… जिसके चाहने वाले हज़ारों थे…..

********

“आँखों से दूर दिल के करीब था,
में उस का वो मेरा नसीब था.
न कभी मिला न जुदा हुआ,
रिश्ता हम दोनों का कितना अजीब था.”

********

तुम ना अपनी ‘हद्द’ में रहा करो,
आजकल बे’हद्द’ याद आने लगे हो …!

********

छोडो यह बहस और तकरार की बातें।
यह बताओं रात ख्वाबों में क्यों आये थे।।

*******

चाँद का मिजाज भी, तेरे जैसा है..
जब देखने की तम्मना होती है, नज़र नहीं आता…

********

लहरों से खेलना तो समंदर का शौख है।
लगती है चोट कैसे, ये किनारो से पूछिए।

*******

बेमतलब की जिंदगी का अब सिलसिला ख़त्म …
अब जिस तरह की दुनियां , उस तरह के हम…

********

मेरी न सही तो तेरी होनी चाहिए ,
तमन्ना एक की पूरी होनी चाहिए

********

जैसा भी हूं अच्छा या बुरा अपने लिये हूं,
मै खुद को नही देखता औरो की नजर से….!!!!

********

चलो दिल की अदला बदली कर लें,
तडप क्या होती है समझ जाओगे….

********

तेरी सिर्फ एक निगाह ने खरीद लिया हमे,
बड़ा गुमान था हमे की हम बिकते नहीं।।

*******

मुझे ही नहीं रहा शौक ए मोहब्बत वरना ,

तेरे शहर की खिड़कियां इशारे अब भी करती हैं ।

********

खुल जाता है उस की यादों का बाज़ार सुबह सुबह,

बस मेरा दिन इसी रौनक में गुज़र जाता है ।

*********

हाथ देखने वाले ने तो परेशानी में डाल
दिया मुझे,

बोला के मौत नही किसी की याद मार डालेगी तुझे…

********

अब ऩ कोई हमे मोहब्बत का यकीन दिलाये,
हमें रूह में भी बसा कर निकाला है लोगो ने…

********

“न जाने कब खर्च हो गये , पता ही न चला,
वो लम्हे , जो छुपा कर रखे थे जीने के लिए”…

********

मैं अगर चाहु भी तो शायद ना लिख सकूं उन लफ़्ज़ों को
जिन्हे पढ़ कर तुम समझ सको की मुझे तुम से कितनी मोहब्बत है!!!!!

********

जिसको तलब हो हमारी, वो लगाये बोली,
सौदा बुरा नहीं !.. …बस “हालात” बुरे है !..

********

फिर इश्क़ का जुनूं चढ़ रहा है सिर पे ,
मयख़ाने से कह दो दरवाज़ा खुला रखे !

********

बहुत ही नाजो से चूमा उसने लबो को मेरे मरते वक्त।

कहने लगीमंजिल आखिरी है रास्ते मेँ कहीँ प्यास न लग जाए॥

*********

वक़्त बड़ा अजीब होता हे इसके साथ चलो तो किस्मत बदल देता हे …

ना चलो तो किस्मत को ही बदल देता हे…

*******

कल तेरा ज़िक्र आ गया घर में,,
ओर…घर देर तक महकता रहा.!!!!!

*******

जिस दिन भी तेरी याद टूट कर आती है “ऐ जान”

मेरी आँखों के साथ ये बारिश भी बरस जाती है…

*********

सागर के किनारो पे खजाने नहीं आते।
पल जो फीसल गये हाथ से वो दुबारा नहीं आते।

*********

अपनों की चाहतों में मिलावट थी इस कदर की……………..

मै तंग आकर दुश्मनों को मनाने चला गया…

*********

यूँ ही मौसम की अदा देखकर याद आया है,

किस क़दर जल्द बदल जाते हैं इंसान, जाना|

********

ज़िन्दगी शायद कहीं फिर से रास्ते मिला दे,

मगर एक बात याद रखना कि “तुम मुझे खो चुके हो”|

*********

चुपके से नाम तेरे गुजार देंगे जिंदगी
लोगों को फिर बताएंगे, प्यार ऐसे भी होता है॥

********

हम तस्लीम करते हैं, हमें फुर्सत नहीं मिलती,

मगर ये भी ज़रा सोचो, तुम्हें जब याद करते हैं, ज़माना भूल जाते हैं|

********

किसे सुनाँए अपने गम के चन्द पन्नो के किस्से,

यहाँ तो हर शक्स भरी किताब लिए बैठा हे…

*********

तूने तो रुला के रख दिया ए-जिन्दगी,,
जा कर पूछ मेरी माँ से, कितना लाड़ला था मैं….

********

अजीब अँधेरा है ऐ इश्क तेरी महफिल मे ,
किसी ने दिल भी जलाया तो रौशनी न हुई…

********

जिँदगी मेँ दोस्त नही,
बल्कि
दोस्त मेँ जिँदगी होनी चाहिए..

*******

उसी का शहर, वही मुद्दई, वही मुंसिफ
हमीं यकीन था, हमारा कुसूर निकलेगा

यकीन न आये तो एक बार पूछ कर देखो
जो हंस रहा है वोह ज़ख्मों से चूर निकलेगा

*******

तेरे पास में बैठना भी इबादत
तुझे दूर से देखना भी इबादत …….
न माला, न मंतर, न पूजा, न सजदा
तुझे हर घड़ी सोचना भी इबादत….

********

“खुद को खो दिया हमने , अपनों को पाते पाते !

और लोग पूछते है , कोई तकलीफ तो नहीं” …..!!!

********

तकदीर के हाथों खुद को में जोड़ना नहीं चाहता,
मेरे दो हाथो का होसला में तोडना नहीं चाहता,
मौसम की तरह बदल जाती ये हाथो की लकीरें,
बंद मुट्ठी मेरी हरगिज़ मैं खोलना नहीं चाहता।

*******

हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो !
ये ज़िन्दगी तो है रहमत इसे सज़ा न कहो….!!

*******

“इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है,
जो मरते दम तक साथ जाता है,
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं,
कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.”

********

शायर तो हम
“दिल” से है….

कमबख्त “दिमाग” ने
व्यापारी बना दिया..

********

ज़ुल्म इतना ना कर के लोग कहे तुझे दुश्मन मेरा…!!
हमने ज़माने को तुझे अपनी “ जान ” बता रक्खा है…!!

********

“वक़्त बदलता है हालात बदल जाते हैं,
ये सब देख कर जज़्बात बदल जाते हैं

ये कुछ नही बस वक़्त का तक़ाज़ा है दोस्तो,
कभी हम तो कभी आप बदल जाते हैं.”

********

ए दिल ,चल एक सौदा करते हैं ,
मैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँ ,
तू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे …!!

********

सब कुछ झूठ है लेकिन फिर भी बिलकुल सच्चा लगता है…
जानबूझकर धोखा खाना कितना अच्छा लगता है

********

घुटन क्या चीज़ है, ये पूछिये उस बच्चे से
“जो काम करता हैं ,इक खिलोने की दुकान पर “”

********

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं, क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,

तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ, गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं.

********

कदम डग मगा गये युही रास्ते से वरना सम्भलना हम भी जानते थे,
ठोकर लगी तोभी उस पत्थर से जिसे हम अपना खुदा मानते थे।।

********

तुझे मुफ़्त में जो मिल गये हम,
तू क़दर ना करें ये तेरा हक़ बनता है…

*******

खूबसूरती से धोका न खाइये जनाब…..

तलवार कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो…
मांगती तो…….. खून ही हे…….

*******

यूँ गलत भी नहीं होती चेहरों की तासीर लेकिन

लोग वैसे भी नहीं होते, जैसे नज़र आते है…..!!!!!!!!!!!!

********

मुश्किल से मिलता है शहर में आदमी,

यूं तो कहने को इन्सान बहुत हैं…….

********

बहुत जुदा है औरोँे से े मेरे दर्द की कहानीँ,

जख्म का कोई निशाँ नहीँ और दर्द की कोई इँतहा नहीँ।

*******

मुहमाँगा दाम दूंगा यारों…

मुझे इक ऐसे काबिल
सपेरे से मिलवा दो …

कि जो आस्तीन में छुपे
साँपों को बाहर निकाल सके ..

********

अजीज़ तो हम भी सब के थे,
फ़राज़
मगर सिर्फ उनके मतलब निकल जाने तक……..

********

क्यूँ लफ्ज़ ढूंढते हो मेरी ख़ामोशी में तुम

मेरी आखों मैं देखो , तुम्हे कई फसाने मिलेंगे.

********

ऐसा लगता है, हर इम्तिहाँ के लिए,
किसी ने जिन्दगी को हमारा पता दे दिया है……

********

राजा का बेटा भलेह ही नन्गा पैदा हुवा हो।।
पर होता तो वो राजकुमार ही है।।।।

********

शायरी मे सिमटते कहाँ हैँ दिल के दर्द दोस्तों
बहला रहे हैँ खुद को जरा कागजो के साथ

*******

किसी भी मुशकिल का अब किसी को हल नही मिलता ,

शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नही निकलता ..

*******

कुछ रिश्तो में इन्सान अच्छा लगता है.
और कुछ इन्सानों से रिश्ता अच्छा लगता है..!!

*******

अरमान ही बरसो तक जला करते है हमेशा ,
इंसान तो इक पल मे खाक हो जाता है !!

*******

आहिस्ता कीजिये कत्ल मेरे अरमानों का……
कहीं सपनों से लोगों का ऐतबार ना उठ जाए..

*******

चलो आज फिर मिटटी से खेलते है दोस्तों,
हमारी उम्र ही क्या थी जो दिलो से खेल बैठे.

*******

जानता हूँ दुनिया की हर एक रीत लेकिन,
अनजान बने रहना ही यहाँ बेहतर विकल्प है

*******

ए नसीब ज़रा एक बात तो बता…
तू सबको आज़माता है या मुझसे ही दुश्मनी है!

*******

बस यूँ ही लिखता हूँ, वजह क्या होगी,
राहत ज़रा सी, आदत ज़रा सी…

******

मैंने कहा बहुत प्यार आता है तुम पर;
वो मुस्कुरा कर बोले और तुम्हे आता ही क्या है।

******

विपरीत परस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं ,
तो कुछ लोग लोग रिकॉर्ड तोड़ते है

******

क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूँछ कर..

हाल हमारा वही है, जो तुमने बना रखा है..

******

हर रात को तुम इतना
याद आते हो के हम भूल गए हैं,
के ये रातें ख्वाबों के लिए होती हैं,
या तुम्हारी यादों के लिए|

*******

तरस जाओगे हमारे मुँहसे सुननेको एक लव्ज़
प्यारकी बात क्या, हम शिकायत भी ना करेंगे…

******

“दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा…
बस याद रहे की मुड़ कर देखने की आदत इधर भी नहीँ…

******

क्या हुआ.. जो मेरे लब तेरे लब से लग गए
माफ़ ना करो ना सही… बदला तो ले लो…

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मुहमाँगा दाम दूंगा यारों मुझे एक ऐसे काबिल सपेरे से मिला दो
के जो के आस्तीन में छुपे साँपों को बाहर निकाल सके…..

******

आहिस्ता कीजिये कत्ल मेरे अरमानों का……
कहीं सपनों से लोगों का ऐतबार ना उठ जाए..

******

एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह..!

*******

तजुर्बे ने एक बात सिखाई है…

एक नया दर्द ही…
पुराने दर्द की दवाई है…!!

*******

“ना वोह आ सके ना हम कभी जा सके,
ना दर्द दिल का किसी को सुना सके.
बस बैठे है यादों में उनकी,
ना उन्होंने याद किया और ना हम उनको भुला सके.”

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“मुझे कुछ अफ़सोस नहीं के मेरे पास सब कुछ होना चाहिए था ।
मै उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे रोना चाहिए था ।!!!!!

*******

न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर …..

तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर
देखना अच्छा लगता है …!!!

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“साकी को गिला है की उसकी बिकती नहीं शराब..

और एक तेरी आँखें है की होश में आने नहीं देती.. .!”

*******

ये दबदबा,ये हुकुमत,ये नशा, ये दौलतें………

सब किरायदार है, घर बदलते रहते हैं…….

*******

क्या हुवा जो एक दिल टुटा…..
इससे मोहंबत का अंजाम तो सिखा…

*******

महोबत में मैंने किया कुंछ नहीं… बस लुटा दिया..,
उसके पसंद थी रोशनी..मैंने ख़ुद को जला दिया..!!!!

*******

पता है तुम्हारी और हमारी
मुस्कान में फ़र्क क्या है?
तुम खुश हो कर मुस्कुराते हो,
हम तुम्हे खुश देख के मुस्कुराते हैं………

*******

क़सूर उनका नहीं,जो मुझसे दूरियाँ बना लेते है….
रिवाज है ज़माने में,पढ़ी किताबें ना पढ़ने का.

******

कुछ तो धड़कता है ,रूक रूक कर मेरे सीने में ..

अब खुदा ही जाने, तेरी याद है या मेरा दिल …

*******

तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से…
जिद्द पर आऊँ तो..ख़ुदा भी ढूंढ लूँ …

******

मेरी दोनों कोशिशें कभी कामयाब ना हो सकी . .

पहला तुझे पाने की फिर तुझे भूल जाने की…

*******

ए दिल ,चल एक सौदा करते हैं ,
मैं उसके लिए तड़पना छोड़ देता हूँ ,
तू मेरे लिए धड़कना छोड़ दे …

*******

मैंने ज़माने के एक बीते दोर को देखा है
दिल के सुकून को और गलियों के शोर को देखा है
मैं जानता हूँ की कैसे बदल जाते हैं इन्सान अक्सर
मैंने कई बार अपने अंदर किसी ओर को देखा है।

*******

हमें तुमसे मोहब्बत न होती,,
सिर्फ दो ही हालत में…

या “तुम” बने न होते,
या ये दिल बना न होता…

******

मुफ्त मे अहसान न लेना यारों ,,,
दिल अभी ओर भी सस्ते होंगे बाज़ार में …….!!!

******

लत तुम्हारी लगी थी….
इलज़ाम.. शराब पर आया….

******

वक़्त भी लेता है करवटें कैसी कैसी,
इतनी तो उम्र भी ना थी जितने सबक सीख लिए हमने..

*******

दुवाओ को भी अजीब इश्क है मुझसे यारा..

वो कबूल तक नहीं होती मुझसे जुदा होने के डर से….

******

मेरे ऐब मुझे उंगलिओं पे गिनाओ यारो,
बस मेरी गैर- मौजूदगी मैं मुझे बुरा मत कहना..।।

******

कुछ अरमान उन बारीश कि बुंद कि तरह होते है,
जिनको छुने कि ख्वाहिश में,हथेलिया तो गिली हो जाती ,
पर हाथ हमेशा खाली रेह जाते है….

******

रिश्तों की ख़ूबसूरती एक दूसरे की बातें बर्दाश्त करने में है,

ख़ुद जैसा इन्सान तलाश करोगे तो अकेले रह जाओगे।

*******

याद आयेगी हमारी तो बीते कल को पलट लेना ..
यूँ ही किसी पन्ने में मुस्कुराते हुए मिल जायेंगे ..

******

ज़िदगी जीने के लिये मिली थी,

लोगों ने सोच कर गुज़ार दी………..

******

कोई वादा ना कर, कोई ईरादा ना कर!
ख्वाईशो मे खुद को आधा ना कर!

ये देगी उतना ही, जितना लिख दिया खुदा ने!
इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर!

******

उस मासूम शराब की मोहब्बत भी क्या खूब थी ।।
जालिम एक बार लबो पे लगी तो फिर कभी उसने बेवफाई ना की।।

******

मुझे रुलाने की सारी कोशिशे नाकाम रही ना जिन्दगी तेरी ,
तुझे ये कोन समझाए कि दर्द से दोस्ती बेहिंतिआ हे मेरी।।।।

******

“हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं,
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को,
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।”

******

आखिर मरामत करना हमने सीख ही लीया !

दिल पथ्थरो के बीच तुटना छोटी बात बन गई!

******

रोज़ इक ताज़ा शेऱ कहां तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज़ ही एक नयी बात हुआ करती है…

******

सुना है, खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए,
कुछ तो वापस चले गए, और कुछ हमारे यार हो गए.

******

शाम भी खास है, वक़्त भी खास है,
तुझको भी एहसास है, तो मुझको भी एहसास है,
इससे जयादा मुझे और क्या चाहिए,
जब मैं तेरे पास, और तु मेरे पास है.

******

काश तकदीर भी होती किसी जुल्फ की तरह…

जब जब बिखरती संवार लेते…

******

इंसानी जिस्म में सैंकड़ों हैवान देखे हैं,

मैंने दिल में रंजिश रख महफ़िल में आये मेहमान देखे हैं|”

******

आंखों के किनारे भीगे नहीं,

तो वो समझे की रोए नहीं।

*******

क्लास में आख़िरी बेन्च पर जो कुरेद कर तुम्हारा नाम लिखा था,
ज़िन्दगी की सब से लम्बी कहानी वही तो थी ….

******

लगता है, मेरा खुदा मेहरबान है मुझ पर,
मेरी दुनीयाँ में आपकी मौजूदगी, यूँ ही तो नहीं.!

******

ना छेड़ किस्सा ए उल्फत ,
बड़ी लम्बी कहानी है ।।
मैं जमाने से नहीं हारा ,
बस किसी की बात मानी है…..

******

हम तो मुफ्त की सलाह दे कर बर्बाद हो गए;

अब तो आलम ऐसा है की मांगने पर भी खेरात नहीं देते…..

*******

ना ठुकरा मेरी दोस्ती मुझे गरीब समज कर ए दोस्त,
यह दौलत वाले खरीदार तो होते है,
लेकिन वफादार नही.

वशिष्ठ सैनी शायरी

पुरानी होकर भी खास होते जा रही है,
मोहब्बत बेशरम है बेहिसाब होते जा रही है।

********

कमबख्त इस दिल को हारने की आदत हो गयी है!
वरना हमने जहाँ भी दिमाग लगाया फ़तेह ही पाई है!!

********

उसने रात के अँधेरे में मेरी हथेली पे नाजुक सी ऊँगली से लिखा……
” मुझे प्यार है तुझसे ”

जाने कैसी स्याही थी ??? वो लफ्ज मिटे भी नही… और आज तक दिखे भी नही ………

********

नतीजा बेवजह महफिल से उठवाने का क्या होगा,
न होंगे हम तो साकी तेरे मैखाने का क्या होगा।

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कौन कहता है कि दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है..
तेरी खामोशी भी कभी कभी आँखें नम कर देती हैं…

********

“नीलाम कुछ इस कदर हुए,
बाज़ार-ए-वफ़ा में हम आज,,

बोली लगाने वाले भी वो ही थे,
जो कभी झोली फैला कर माँगा करते थे!!

********

सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने
मेरी नींदों से….

या तो दोनों आते हैं …. या कोई नहीं आता !!!

*******

तेरे प्यार का सिला हर हाल मे देंगे,
खुदा भी माँगे ये दिल तो टाल देंगे,
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो,
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे.

*******

मेरा हर लम्हा चुराया आपने,
आँखों को एक ख्वाब देखाया आपने,
हमें ज़िन्दगी दी किसी और ने,
पर प्यार में जीना सिखाया आपने.

********

लोग कहते हैं कि
मेरा दिल पत्थर का है..

लेकिन कुछ लोग
ऐसे भी थे..

जो इसे भी तोड़ गए..!!

********

मोहब्बत के बिना ज़िन्दगी फिजूल हैं, पर मोहब्बत के भी अपने उसूल हैं,
कहते हैं मिलती हैं मोहब्बत में बहुत उल्फ़ते, पर आप हो महबूब तो सब कबूल हैं.

*******

अब मैं रोज़ इक ताज़ा शेऱ कहां तक लिखूं तेरे लिए,
तुझमें तो रोज़ ही एक नयी बात हुआ करती है…….

*********

चांद को देखो कीतना मीलता है हम दोनोसे.

तुझ जैसा हसीन और मुझ जैसा तनहा.

********

पूछा था हाल उन्हॊने बड़ी मुद्दतों के बाद…
कुछ गिर गया है आँख में…कह कर हम रो पड़े…..

*******

बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादों का कारोबार…
मुनाफा कम ही सही मग़र गुज़ारा हो ही जाता है…

********

अभी कदम ही रखा था हमने मैखाने में

की आवाज़ आई….चला जा वापस ,

तुझे शराब की नहीं किसी के दीदार की ज़रूरत है….

********

कुछ पल के लिए ही अपनी बाहों मे सुला लो ‘जान’ अगर आँख खुली तो उठा देना अगर ना खुली तो दफ़ना देना……!!!

********

अब तो मुहब्ब्त भी सरकारी नौकरी जेसी लगती है ,
कम्भख्त हमारे जैसे गरीबो को तो मिलती ही नहीं..!!!

********

इस दुनिया में कुछ अच्छा रहने दो,
बच्चों को बस, बच्चा रह ने दो …

*******

देना है ये दिल किसी को दान में यारो;
है कोई मस्त माल ध्यान में तो बताओ यारो…!!!

*******

तुम्हारा लक्ष्य अगर बडा हो और उस पे हंसने वाले न हो तो समझना लक्ष्य अभी छोटा है …………

********

मोहब्बत मुक़द्दर है कोई ख्वाब नहीं,
ये वो अदा है जिसमे सब कामयाब नहीं..
जिन्हें पनाह मिली उन्हें उंगलियों पे गिन लो,
और जो बरबाद हुए उनका हिसाब नहीं..

*******

काश दिलों के भी यूं इलेक्शन होते!
हम यूँ ही जीत लेते तुझे बूथ केप्चर करके!!

*******

“रस्मों रिवाज की जो परवाह करते हैं,
प्यार में वो लोग गुनाह करते हैं
इश्क वो जुनून है जिसमें दीवाने
अपनी खुशी से खुद को तबाह करते हैं।”

*******

“तकदीर ने जैसा चाहा ढल गये हम,
यूं तो संभल कर चले थे फिर भी फिसल गये हम,
अपना यकीन है कि दुनिया बदल गयी,
पर सबका खयाल है कि बदल गये हम.”

********

आप खुद ही अपनी अदाओं में ज़रा ग़ौर कीजिये…………….
……………………हम अर्ज़ करेंगे तो शिकायत होगी…………..

*******

इस दुनिया में वफ़ा करने वालों की कमी नहीं है…
बस प्यार ही उससे हो जाता है जो बेवफा हो। …

********

वो एक रात जला तो उसे चिराग कह दिया !!!

हम बरसो से जल रहे हैं कोई तो खिताब दो……

********

मेरी तलाश में क्यों भटक रहे हो…
जरा सा दिल में झांक कर देख लो…

********

महसूस हो रहीँ है हवा मे उसकी खुशबु ,
लगता है मेरी याद मेँ वो सांसे ले रही है..!!

********

“लफ़्ज़ों में क्या लिखूं
उस “रब” की तारीफ मैं,,,
“जो मांगू तो ‘नवाज़’ देता है,,
न मांगूं तो ‘बे-हिसाब’ देता है..”

********

कभी-कभी इतना गुस्सा आता है कि मन करता है कि खुद
को ही मार डालूं, लेकिन ….फिर सोचता हूं कि इंडिया में अब शेर बचे ही कितने है…..!!!?

********

ये आरज़ू थी कि ऐसा भी कुछ हुआ होता;
मेरी कमी ने तुझे भी रुला दिया होता;

मैं लौट आता तेरे पास एक लम्हे में;
तेरे लबों ने मेरा नाम तो लिया होता!

*******

सुना है दुआओं की क़ीमत नहीं होती
फिर भी कारोबार इसका खूब चलता है…..

********

कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला…

********

आइना देखा जब ,
तो खुद को तसल्ली हुई,
ख़ुदग़र्ज़ी के ज़माने में भी कोई तो जानता है हमें………

********

हम भारतीयों के पास हर समस्या का समाधान होता है …

बस समस्या दूसरे की होनी चाहिए …

*********

“निगाहों से क़त्ल कर डालो, न हो तकलीफ
दोनों को,
तुम्हें खंजर उठाने की हमें गर्दन झुकाने
की”.

**********

नमक तुम हाथ में लेकर, सितमगर सोचते क्या हो,,
हजारों जख्म है दिल पर, जहाँ चाहो छिड़क डालो.

*******

सच बोलता हूँ तो टूट जाते हैं रिश्ते,
झूठ कहता हूँ तो खुद टूट जाता हूँ….

*******

“चलो दूर चलते है इस इंटरनेट से,
घर के रिश्ते “इंतजार” कर रहे है..!!

*******

चेहरे अजनबी हो भी जायें तो कोई बात नहीं लेकिन,
रवैये अजनबी हो जाये तो बड़ी तकलीफ देते हैं।

*******

वो रोई तो जरूर होगी खाली कागज़ देखकर..

ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने ख़त में…

********

“खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती,

तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .

********

जली रोटीयो पर बहूत शोर मचाया तूमने..
मां की जली ऊंगलीयो को देख लेते तो भूख
ही उड़ ग इ होती॥

********

हर रिश्ते मे मिलावट देखीं,
कच्चे रँगों क़ी सजावट देखी।
लेकिन सालों-साल देखा है माँ को,
उसके चेहरे पर ना थकावट देखीं,
ना ममता मे मिलावट देखी।

*******

वक़्त छीन लेता है बहुत कुछ,
खैर मेरी तो सिर्फ मुसकराहट थी !!..

********

शाम भी खास है, वक़्त भी खास है,
तुझको भी एहसास है, तो मुझको भी एहसास है,
इससे जयादा मुझे और क्या चाहिए,
जब मैं तेरे पास, और तु मेरे पास है.

********

सिखा दिया दुनिया ने मुझे, अपनों पे भी शक करना,
मेरी फितरत में तो था, गैरों पे भरोसा करना ….!

********

मैं दो पैग लगाता हूँ तो सेट हो जाता हूँ..
और वो बोलती है कि तुम आज कुछ अपसेट लग रहे हो |

********

कहाँ तलाश करोगे तुम मुझ जैसा कोई…..

जो तुम्हारे सितम भी सहे…. और तुमसे मुहब्बत भी करे ॥

********

ज़माने तेरे सामने मेरी कोई हस्ती नहीं,………लेकिन………

कोई खरीद ले इतनी भी ये सस्ती नहीं…

********

“किसी को हमसफ़र नहीं मिला,
और किसी को रास्ता,
तमाम शहर ही किसी को ढूँढता मिला…….!!

********

‘सब्र’ और ‘सच्चाई’ एक ऐसी सवारी है…..
जो अपने सवार को कभी गिरने नहीं देती…..
ना किसी के कदमो में…और
ना किसी की नज़रों में..

*******

कभी ऐसी भी बेरुखी देखी है तुमने
“”एय दिल “”
लोग आप से तुम , तुम से जान , और जान
से अनजान हो जाते हैं…

*******

मैं लौट आया था जिस दीवार पे दस्तक दे कर।
सुना है अब वहां दरवाज़ा निकल आया है।

********

जैसा मूड़ हो वैसा मंजर होता है,
मौसम तो इंसान के अंदर होता है..

*******

मौत सिर्फ नामसे बदनामहै, वरना तकलीफ़तो जिंदगीही ज्यादा देती है.और बीवी बी सिर्फ नामसे बदनामहै वरना तकलीफ़ में सिर्फ वहीसाथ देती है….

********

शायद इश्क उतर रहा है सिर से…..
मुझे अलफ़ाज नहीं मिलते शायरी के लिए….!!

********

खुदा ने मुझे वफादार दोस्तों से नवाज़ा है ….
.
.
याद मैं ना करूँ,
तो कोशिश वो भी नहीं करते ….. !!

********

हालात मेरे मुझसे ना मालूम कीजिये..
मुद्दत हुई मुझसे मेरा ही कोई वास्ता नहीं..

********

मैनें भी बदल दिये हैं ऊसूल ए जिन्दगी;

अब जो याद करेगा, सिर्फ़ वो ही याद रहेगा;

*******

रोकने की कोशिश तो बहुत की पलकों ने,,,
पर इश्क मे पागल थे आंसू खुदखुशी करते रहे!!

*******

गम-ए-जुदाई में तड़पते उनकी आँखों से पूछा.. कुछ कहना है?उसने झपक झपक के कहा नहीं अब तो बस बहना है !

*******

तेरी चाहत तो मुक़द्दर है,
मिले न मिले;

राहत ज़रूर मिल जाती है,
तुझे अपना सोच कर…

*******

मेरी फितरत में नहीं अपना गम बयां करना…

अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ…तो महसूस कर…

********

जब मुझे यकीन है के खुदा मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।”

********

तू देख या न देख, तेरे देखने का ग़म नहीं ।

पर तेरी ये न देखने की अदा, देखने से कम नहीं.

********

धीरे धीरे
प्यार का दर्द कम हुआ !
तेरे जाने का भी न गम हुआ !
जब पुछते है लौग मेरी प्यार की दासता !
हम कह देते है एक अफसाना था जो खत्म हुआ !

********

अजीब नींद मेरे नसीब में लिखी है ,
पलकें बंद होती हैं तो दिल जाग जाता है !!

********

मैं “किसी से” बेहतर करुं
क्या फर्क पड़ता है!
मै “किसी का” बेहतर करूं
बहुत फर्क पड़ता है!

********

“अधूरे मिलन की आस हैं जिंदगी,
सुख – दुःख का एहसास हैं जिंदगी,
फुरसत मिले तो ख्वाबो में आया करो,
आप के बिना बड़ी उदास हैं जिंदगी.”

*******

में बहता पानी हु मेरा रास्ता
बदल सकते हो मेरी मंजिल नहीं

*********

आज फिर तन्हा रात में इंतज़ार है उस शख्स का,
जो कहा करता था तुमसे बात न करूँ तो नींदनहीं आती…

*********

वो कहते हैं सोच लेना था मुहब्बत करने से पहले।
अब उनको कौन समझाए सोच कर तो साजिश
की जाती हैं मुहब्बत नहीं।

*******

हर फूल को रात की रानी नही कहते,
हर किसी से दिल की कहानी नही कहते.
मेरी आँखों की नमी से समझ लेना,
हर बात को हम जुबानी नही कहते.

*******

टूट कर ना चाहना किसी को,

ये ‘जान’ ‘जान’ कहने वाले ही ‘जान’ लेते हेँ…

*********

मैं तो इसलिए चुप हूँ
कि तमाशा ना बन जाये…….!
और तुम ये समझ बैठे कि..
मुझे तुमसे गिला कुछ नहीं…….!

********

परखना मत, परखने में कोई अपना नहीं रहता
किसी भी आईने में देर तक चेहरा नहीं रहता

********

अजब पहेलियां हैं हाथों की लकीरों में…
सफर ही सफर लिखा है हमसफर कोई नहीं…

********

एक सफ़र ऐसा भी किआ हमने दोस्तों,
जिस में पावँ नहीं दिल थक गया !!!

********

हर बार सम्हाल लूँगा, गिरो तुम चाहो जितनी बार ।

बस इल्तजा एक ही है, कि मेरी नज़रों से ना गिरना ।

********

सफर में मुश्किलें आऐ,
तो हिम्मत और बढ़ती है।

कोई अगर रास्ता रोके,
तो जुर्रत और बढ़ती है।

अगर बिकने पे आ जाओ,
तो घट जाते है दाम अक्सर;

ना बिकने का इरादा हो तो,
कीमत और बढ़ती है।

********

तन्हाईयाँ कुछ इस तरह से डसने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया।।।

*******

“तूने फैसले ही फ़ासले बढ़ानेवाले किये है,
वरना कुछ ना था तुझसे ज़्यादा करीब मेरे………!!!

*********

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा;
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे..

*********

ए रात मेरी तनहाई देख कर,,
मुझ पर मत हंस इतना वरना,

जिस दिन मेरा यार मेरे साथ होगा..
तू पल में गुज़र जायेगी…..!!

********

हर रात को तुम इतना याद आते हो के हम भूल गए हैं,
के ये रातें ख्वाबों के लिए होती हैं, या तुम्हारी यादों के लिए!!!!!

********

दील भी आज मुझे ये कह कर डरा रहा है,
करो याद उसे वरना मै धड़कना छोड़ दूँगा…!!!

********

आपकी दोस्ती से हम मशहूर हुए,
आप के संग हँसने लगे तो आँसू दूर हुए,
बस आप जैसे दोस्त की बदौलत,
आज हम काँच से कोहिनूर हुए…

*******

जब गिला शिकवा अपनों से हो तो ख़ामोशी भली…,,,
अब हर बात पर जंग हो जरूरी तो नहीं,,,,,

*********

हसीन आँखों को पढ़ने का अभी तक शौक है मुझको,
.
मुहब्बत में उजड़ कर भी मेरी ये आदत नहीं बदली…

********

“ऐ मौत उन्हें भुलाए जमाने गुजर गए,
आ जा कि जहर खाए जमाने गुजर गए…
ओ जाने वाले ! आ कि तेरे इंतजार में
रास्ते को घर बनाए जमाने गुजर गए…

*********

“उस दिन भि काहा था और
आज फिर सुन ले, सिरफ उमर ही छोटी है.
लेकिन, सलाम तो सारी दुनिया
ठोकती है….!!

*********

प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है;
दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है;
जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे;
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है…..

*********

तेरी आँखों के इशारे मुझे एग्जिट पोल के नतीजों से लगते हैं ।
अब फ़ाइनल बता भी दे, तेरे दिल पर मेरी सरकार, कब से राज करेगी ।

********

मत किया कीजे दिन के उजालों की ख्वाहिशें
दोस्त…
ये आशिक़ों की बस्तियाँ हैं यहाँ सूरज से नहीं
दीदार से दिन निकलता है…..

********

रौशनी के लिए दिया जलता हैं ,
शमा के लिए परवाना जलता हैं,
कोई दोस्त न हो तो दिल जलता हैं,
और दोस्त आप जैसा हो जो ज़माना जलता हैं.

********

अब भी चले आते हैं, ख्यालों में वो,

रोज़ लगती है हाज़री,

उस ग़ैर हाज़िर की !!!!

*******

“तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब अदा थी,,नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पर छिड़क कर.!!!!!

*******

हम सिर्फ इक तेरे दीदार की खातिर आते है गली में तेरी,

वरना हमारे लिए पूरा शहर पडा है, आवारगी करने को………

********

विश्वास-एक छोटा शब्द है,
पढ़ो तो सेकंड लगेगा,
सोचे तो मिन्ट लगेगा,
समझे तो दिन लगेगा,
और
साबित करने में पुरी जिंदगी लग सकती है.

********

मोहब्बत भी उस मोड़ पे पहुँच चुकी है कि

अब उसको प्यार से भी मैसेज करो, तो वो पूछती है,”कितनी पी है?”

*******

”दोनों ही भागीदार हैं बराबर इस जुर्म मैं…”
”मैं मुस्कराया तब था जब नजर तुमने मिलाई
थी…”

********

अब जब जलेबी की तरह उलझ ही गयी है जिंदगी……
तो क्यों ना चाशनी में डूब के मज़ा ले लिया जाये।!!!!

*********

आज भी कितना नादाँ हे दिल समझता ही नही…..
बरसो बाद भी उन्हें देखा तो दुवाए मांग
बेठा…..!!!!

*********

मेरी दोस्ती के जादू से
तुम अभी वाकिफ नहीं हो
हम जीना सिखा देते है उसे भी
जिसने मरने के ठानी हो …

********

जब भी वो उदास हो उसे
मेरी कहानी सुना देना ,
मेरे हालात पर हंसना उसकी पुरानी आदत
है .

********

हम कुछ इस तरह बिगड़े हुए खिलाडी है की..
अगर सामने वाले के पास तीन AAA
भी हो तो भी show उस्सी से करवाते है.

********

हमारा हक तो नही है फिर भी ये तुमसे कहतेहै …..
हमारी जिँदगी ले लो मगर उदास मतरहा करोँे………

********

दूर जाके भी सकूं न मिला ….
पास रहते थे तो कहते थे तुम परेशान करते हो।

********

ना पीने का शौक था, ना पिलाने का शौक था,
हमे तो सिर्फ नझर मिलाने का शौक था,
पर क्या करे यारो, हम नझर ही उनसे मिला बैठे,
जिन्हे; सिर्फ; नझरो से पिलाने का शौक था!

*******

मेरे तो दर्द भी औरो के काम आते है…..

मै रो पङुं तो कई लोग मुस्कराते है !!!

********

कभी नही पड़ सकता यारो मैखाने को ताला..
एक दो चार नही हें सारा शहर हें पिने वाला …….

*********

काश ! बचपन में तुझे मांग लेते,
हर चीज़ मिल जाती थी,
दो आँसू बहाने से…

*********

मैंने ज़िन्दगी से कुछ नहीं माँगा “तेरे सिवा”….
और ज़िन्दगी ने मुझे सब कुछ दिया “तेरे
सिवा”…..

********

दिल को आता है जब भी ख़याल उनका,
तस्वीर से पूछते हैं फिर हाल उनका.

वो कभी हमसे पुछा करते थे जुदाई क्या है,
आज समझ आया है सवाल उनका…

*********

चलतें तो हैं वो साथ पर अंदाज देखिए..
जैसे की इश्क करके वो एहसान कर रहें है..

********

मैं अगर चाहु भी तो शायद ना लिख सकूं उन लफ़्ज़ों को

जिन्हे पढ़ कर तुम समझ सको की मुझे तुम से कितनी मोहब्बत है!!!!!

********

माना कि तेरे शहर में ग़रीब कम होंगे ,,
अगर बिकी तेरी दोस्ती तो पहले ख़रीददार हम होंगे ….

तुझे ख़बर न होगी तेरी क़ीमत पर ,,
पर तुझे पाकर सबसे अमीर होंगे……….!!

**********

मुस्कुराना तो मेरी सक्शियत का हिस्सा है दोस्तो….

तुम मुझे खुश समझ कर दुवाओं में भूल मत जाना ….

********

तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,
तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है.

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तकदीर को जब बदलना है,बदल जायेगी…
फिलहाल लगा हुआ हुँ आदत बदलने में”!

*********

“फ़ोन के रिश्ते भी अजीब होते हैं,
बैलेंस रखकर भी लोग गरीब होते हैं,
खुद तो मैसेज करते नहीं, मुफ्त के मैसेज पढ़ने के शौक़ीन होते हैं”

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लगभग सभी व्यक्ति कठिनाई को झेल सकते हैं. पर अगर आपको उनका चरित्र जानना हो. तो उन्हें शक्ति दे दीजिये.

********

जाते हुए उसने सिर्फ इतना कहा था मुझसे

…..ओ पागल …

अपनी ज़िंदगी जी लेना, वैसे प्यार अच्छा करते हो..

********

लोग कहते है की दुनिया की सबसे सख्त सजा है इंतज़ार,
पर ये जिंदा रहने का एक बहाना भी तो है….

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हम जा रहे हैं वहां जहाँ दिल की हो क़दर ,
बेठे रहो तुम अपनी अदायें लिये हुए ……..!!

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अंजाम कि परवा होती तो हम इश्क करना छोड
देते…..
इश्क ज़िद करता है और ज़िद के हम पक्के
है….!

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फिर उसने मुस्कुरा के देखा मेरी तरफ़ !

फिर एक ज़रा सी बात पर जीना पड़ा मुझे ।

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